गुजरात में भारत की पहली ‘नेशनल कोऑपरेटिव यूनिवर्सिटी’ का उद्घाटन

भारत की पहली ‘नेशनल कोऑपरेटिव यूनिवर्सिटी’ का उद्घाटन हाल ही में गुजरात के गांधीनगर में किया गया। यह विश्वविद्यालय सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने, व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने और सहकारी आंदोलन को नवाचार के साथ जोड़ने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।

इस विश्वविद्यालय से देशभर के सहकारी संस्थानों को तकनीकी, प्रबंधकीय और अकादमिक सहायता मिलेगी। भारत सरकार ने सहकारिता क्षेत्र को सशक्त करने और युवाओं को इस क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से देश की पहली ‘नेशनल कोऑपरेटिव यूनिवर्सिटी’ (National Cooperative University) की स्थापना की है, जिसका उद्घाटन हाल ही में गुजरात के गांधीनगर में किया गया। इस विश्वविद्यालय की स्थापना का मुख्य उद्देश्य सहकारी संगठनों में कार्यरत लोगों को उच्च शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिससे सहकारी आंदोलन को और अधिक व्यवस्थित और सशक्त रूप से संचालित किया जा सके।

यह विश्वविद्यालय सहकारिता मंत्रालय (Ministry of Cooperation) के अधीन कार्य करेगा और इसमें सहकारी सिद्धांत, संगठनात्मक प्रबंधन, वित्तीय योजना, विपणन, डेयरी, कृषि और अन्य क्षेत्रों से संबंधित पाठ्यक्रम पढ़ाए जाएंगे। इस पहल के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे और सहकारी संस्थानों की दक्षता में भी वृद्धि होगी।

गुजरात को इस परियोजना के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि यह राज्य सहकारिता क्षेत्र में पहले से ही अग्रणी रहा है, विशेषकर डेयरी सहकारी समितियों के मामले में। अमूल मॉडल ने पूरे देश को सहकारी व्यवस्थाओं की शक्ति दिखाई है।

विश्वविद्यालय में डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म, रिसर्च विंग, स्टार्टअप इन्क्यूबेशन सेंटर और स्किल डिवेलपमेंट सेंटर की सुविधा भी होगी। यहां से प्रशिक्षित छात्र सहकारी संस्थाओं में नेतृत्व की भूमिका निभा सकेंगे और आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में कार्य करेंगे।

महत्वपूर्ण तथ्य (Important Points in Hindi)

  1. स्थापना वर्ष: 2025

  2. मुख्यालय: गांधीनगर, गुजरात

  3. उद्घाटनकर्ता: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह

  4. प्रशासक संस्था: भारत सरकार का सहकारिता मंत्रालय

  5. मुख्य उद्देश्य: सहकारी संगठनों में उच्च शिक्षा, प्रशिक्षण और नेतृत्व क्षमता विकसित करना।

  6. प्रमुख भागीदार संस्थाएं: नेशनल कोऑपरेटिव यूनियन ऑफ इंडिया (NCUI), नेफेड, अमूल, इफको, कृभको आदि।

  7. प्रारंभिक पाठ्यक्रम: सहकारिता प्रबंधन, डेयरी प्रबंधन, कृषि विपणन, वित्तीय प्रबंधन आदि।

  8. डिजिटल सुविधाएं: ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म, वर्चुअल कक्षाएं, अनुसंधान केंद्र और स्टार्टअप समर्थन।

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