भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी त्रैमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की GDP वृद्धि दर 7.2% रहने का अनुमान जारी किया है। यह अनुमान मुख्य रूप से निर्माण, सेवा क्षेत्र और सरकारी निवेश में वृद्धि के आधार पर लगाया गया है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा की कि मुद्रास्फीति (CPI) 4.5% के आसपास रहने का अनुमान है, जो केंद्रीय बैंक के 2-6% के लक्ष्य सीमा के भीतर है। MPC ने रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखने का भी निर्णय लिया है। RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने 4-6 जुलाई 2025 को आयोजित अपनी बैठक में महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतकों पर चर्चा की। समिति ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए GDP वृद्धि दर 7.2% रहने का अनुमान लगाया, जो पिछले वर्ष के 6.8% से अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से सरकारी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं, विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि और सेवा क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन के कारण संभव हुई है।
MPC ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखने का निर्णय लिया। समिति ने वित्त वर्ष के लिए CPI मुद्रास्फीति 4.5% रहने का अनुमान व्यक्त किया। RBI गवर्नर ने बताया कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर बनी हुई है।
संस्था: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)
स्थापना: 1 अप्रैल 1935
मुख्यालय: मुंबई
वर्तमान गवर्नर: शक्तिकांत दास
MPC सदस्य: 6 (3 RBI + 3 बाह्य विशेषज्ञ)
वर्तमान रेपो रेट: 6.5%