नई दिल्ली में आयोजित हुई OPCW की 23वीं एशिया क्षेत्रीय बैठक

हाल ही में नई दिल्ली में ओपीसीडब्ल्यू (OPCW) की 23वीं एशिया क्षेत्रीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में एशिया क्षेत्र के सदस्य देशों ने रासायनिक हथियारों के उन्मूलन, रासायनिक सुरक्षा, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। 

भारत की ओर से इस बैठक की मेजबानी करना उसकी वैश्विक प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह रासायनिक हथियारों के प्रयोग को समाप्त करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बैठक में वैज्ञानिक, नीति निर्माता, और रक्षा विशेषज्ञ शामिल हुए जिन्होंने तकनीकी सहयोग बढ़ाने और रासायनिक खतरों से निपटने के उपायों पर चर्चा की। नई दिल्ली में आयोजित हुई ओपीसीडब्ल्यू (Organisation for the Prohibition of Chemical Weapons – OPCW) की 23वीं एशिया क्षेत्रीय बैठक रासायनिक हथियारों के खिलाफ वैश्विक प्रयासों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रही। यह बैठक भारत द्वारा आयोजित की गई, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग को बढ़ावा देने और रासायनिक हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

इस बैठक में एशिया क्षेत्र के कई सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें वैज्ञानिक, नीति निर्धारक, रासायनिक सुरक्षा विशेषज्ञ और रणनीतिक सलाहकार शामिल थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य था – रासायनिक हथियारों के निषेध, रासायनिक सुरक्षा के उच्च मानकों की स्थापना, तकनीकी सहयोग, और सदस्य देशों के बीच विश्वास एवं पारदर्शिता को बढ़ाना।

बैठक में शामिल वक्ताओं ने तकनीकी सहायता कार्यक्रमों, क्षमता निर्माण, और उभरते रासायनिक खतरों से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। भारत ने इस मंच पर अपने वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और तकनीकी नवाचारों की जानकारी साझा की, जो क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर उपयोगी सिद्ध हो सकते हैं।

ओपीसीडब्ल्यू की इस बैठक ने यह स्पष्ट किया कि रासायनिक हथियारों की रोकथाम केवल किसी एक देश का प्रयास नहीं हो सकता, बल्कि इसके लिए वैश्विक एकता, जानकारी का आदान-प्रदान और नियमित प्रशिक्षण की आवश्यकता है। भारत की भूमिका, विशेष रूप से रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के सहयोग से, इस दिशा में सराहनीय रही है।

बैठक के दौरान विभिन्न कार्यशालाओं, समूह चर्चाओं और प्रस्तुति सत्रों के माध्यम से रासायनिक सुरक्षा और नियंत्रण के उपायों पर गहराई से चर्चा की गई। साथ ही, प्रतिभागियों को आधुनिक तकनीकों और उपकरणों के बारे में जानकारी दी गई, जो संभावित खतरों की पहचान और उनसे निपटने में मदद करते हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य :

  1. OPCW की स्थापना:

    • वर्ष 1997 में "Chemical Weapons Convention (CWC)" के तहत स्थापित की गई थी।

  2. मुख्यालय:

    • हेग, नीदरलैंड्स में स्थित है।

  3. वर्तमान महानिदेशक:

    • फर्नांडो अरिआस (Fernando Arias) – वर्तमान में OPCW के महानिदेशक हैं।

  4. भारत की भूमिका:

    • भारत CWC का एक प्रारंभिक हस्ताक्षरकर्ता देश है और रासायनिक हथियारों के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है।

  5. OPCW को नोबेल शांति पुरस्कार:

    • वर्ष 2013 में OPCW को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया।

  6. भारत में सहयोगी संस्थान:

    • DRDO, CSIR और राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशालाएं OPCW के उद्देश्यों में सहयोग करते हैं।

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